भगवती चरण वोहरा (4 जुलाई, 1904 -
28 मई, 1930) भारत के स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रांतिकारी थे। वे
हिन्दुस्तान प्रजातांत्रिक सोशलिस्ट पार्टी के सदस्य और सरदार भगत सिंह
के साथ ही एक प्रमुख सिद्धांतकार होते हुए भी गिरफ्तार नही किए जा सके और न
ही वे फांसी पर चढ़े। उनकी मृत्यु बम परिक्षण के दौरान दुर्घटना में हुई।
भगवती चरण की शिक्षा-दीक्षा लाहौर
में हुई। उनका विवाह भी कम उम्र में कर दिया गया। पत्नी का नाम दुर्गा था।
बाद के दौर में उनकी पत्नी भी क्रांतिकारी कार्यो की सक्रिय सहयोगी बनी।
उन को क्रान्तिकारियो द्वारा दिया गया " दुर्गा भाभी " सन्बोधन एक आम
सन्बोधन बन गया।
आज अमर शहीद भगवती चरण वोहरा जी की १११ वीं जयंती के अवसर पर हम सब उनको शत शत नमन करते है !
इंकलाब ज़िंदाबाद !!!