क्यों कि यह सच है कि हर तस्वीर कुछ कहती है ...
मैं तो वह क्षण भूल ही नहीं सकता जब कारगिल के समय मैं मैनपुरी में था, प्रतिदिन किसी ना किसी शहीद का मृत शरीर मैनपुरी में आता था, जब भी ऐसी खबर घर पर आती थी, बुआ जी तथा हम सब की धड़कनें बढ़ जातीं थीं, पर अंत में सब कुशल हो गया|सभी शहीदों को मेरा शत-शत नमन
मेरी तरफ से भी शहीदों को श्रधांजलि
आप जैंसे, भारत माता के लाडलो को कभी नही भूल पाएँगे देश के नाम ज़िंदगी कर गये इनको स्वर्ग नसीब हो , भारत माता की जय
मैं तो वह क्षण भूल ही नहीं सकता जब कारगिल के समय मैं मैनपुरी में था, प्रतिदिन किसी ना किसी शहीद का मृत शरीर मैनपुरी में आता था, जब भी ऐसी खबर घर पर आती थी, बुआ जी तथा हम सब की धड़कनें बढ़ जातीं थीं, पर अंत में सब कुशल हो गया|
ReplyDeleteसभी शहीदों को मेरा शत-शत नमन
मेरी तरफ से भी शहीदों को श्रधांजलि
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