२२ अप्रैल २०११ को ग्वालियर के किले में बने गुरुद्वारा दाता बंदी छोड़ साहिब के परिसर में रखे इस बोर्ड पर अचानक ही नज़र गई ... पता नहीं क्यों पर शायद आज के दिन के लिए ही मैंने इस फोटो को लिया था ... मैं आतंकवाद का समर्थन नहीं कर रहा हूँ ... पर किसी की भी धार्मिक आस्थाओ पर हमला कभी भी नहीं होना चाहिए ! जब जब ऐसा हुआ है ... उस के परिणाम हमेशा ही बहुत भयानक रहे है !
ह्म्म
ReplyDeleteअगर सचमुच ऐसा होता रहा है, तो अजीब इत्तेफाक है.
ReplyDeleteवाह ! दूर की कौड़ी लाये भाई...
ReplyDeleteअजीब संयोग है!
ReplyDeleteमेरा ख्याल है
ReplyDeleteमुझे कहना चाहिए
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बहुत ही अजीब इत्तेफाक है!
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