क्यों कि यह सच है कि हर तस्वीर कुछ कहती है ...
खा ही रहे हैं ....!
खा रहे हैं... और फ़िलहाल इन कौवो से निज़ात का कोई रास्ता भी नज़र नही आता. . . . .
ये काल जायेगा कब? रामचन्द्र नहीं बता गये क्या?रामचन्द्र के काल में कौन से पाप नहीं होते थे?प्रणाम
बहुत सही:)
खा ही रहे हैं ....!
ReplyDeleteखा रहे हैं... और फ़िलहाल इन कौवो से निज़ात का कोई रास्ता भी नज़र नही आता. . . . .
ReplyDeleteये काल जायेगा कब? रामचन्द्र नहीं बता गये क्या?
ReplyDeleteरामचन्द्र के काल में कौन से पाप नहीं होते थे?
प्रणाम
बहुत सही:)
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