क्यों कि यह सच है कि हर तस्वीर कुछ कहती है ...
shukra manao ki thappad nahin laga rahi hoo.....jay ho.
♥ विवश भरे बाज़ार !तिरिया की फटकार ! नागिन की फुफकार ! सहन करे सरदार ! - राजेन्द्र स्वर्णकार
हर किसी की दृष्टि अलग दिशा मेंसमन्वित प्रयास हो भी तो कैसे!
इस पोस्ट के लिए धन्यवाद । मरे नए पोस्ट :साहिर लुधियानवी" पर आपका इंतजार रहेगा ।
shukra manao ki thappad nahin laga rahi hoo.....jay ho.
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विवश भरे बाज़ार !
तिरिया की फटकार !
नागिन की फुफकार !
सहन करे सरदार !
- राजेन्द्र स्वर्णकार
हर किसी की दृष्टि अलग दिशा में
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